| 1. | बोक्षुविद्या का अस्तित्व तथा मूल पांडुलिपि का होना।
|
| 2. | इसकी मूल पांडुलिपि इन्हीं के पास थी [4] ।
|
| 3. | तैयार हुई, तब तक मेरी मूल पांडुलिपि खो गई.
|
| 4. | इसकी मूल पांडुलिपि इन्हीं के पास थी।
|
| 5. | मूल पांडुलिपि पृष्ठों की प्रतिकृति के साथ
|
| 6. | इसकी मूल पांडुलिपि इन्हीं के पास थी [4]।
|
| 7. | मूल पांडुलिपि: 18 वीं सदी के
|
| 8. | कायाकल्प से पहले तक के उनके उपन्यासों की मूल पांडुलिपि उर्दू में ही है।
|
| 9. | लेकिन जब तक उसकी ड्राइंग्स तैयार हरुई, तब तक मेरी मूल पांडुलिपि खो गई।
|
| 10. | मूल पांडुलिपि, तत्पश्चात टंकित हुई, और फिर उनकी कापियाँ वितरित हुईं नाटक के कलाकारों को.
|